अंग्रेजी विभाग, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) ने मंगलवार, 16 नवंबर, 2021 को प्रो. डगलस केलनर, एजुकेशन के विशिष्ट रिसर्च प्रोफेसर, यूसीएलए द्वारा प्रतिष्ठित व्याख्यान श्रृंखला, "कल्चर, स्टडीज एंड मीडिया कल्चर" के ग्यारहवें व्याख्यान का आयोजन किया।
प्रो. सिमी मल्होत्रा, अध्यक्ष, अंग्रेजी विभाग, जामिया, भारतीय पीआई ने स्वागत वक्तव्य दिया तथा आमंत्रित वक्ता, संकाय सदस्यों, शोधार्थियों और छात्रों का अभिवादन किया। उन्होंने व्याख्यान श्रृंखला और स्पार्क "शैक्षणिक एवं अनुसंधान सहयोग प्रोन्नत योजना" के बारे में जानकारी दी, जिसका उद्देश्य भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग को सुविधाजनक बनाना है। इसके बाद उन्होंने सम्मानित वक्ता प्रो. डगलस केलनर का परिचय कराया, जिनका तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया गया।
अपने व्याख्यान के माध्यम से, प्रो केलनर ने चर्चा की कि कैसे एक प्रतिस्पर्धी क्षेत्र के रूप में देखे जाने पर मीडिया संस्कृति को सबसे अच्छी तरह से समझा जाता है। प्रो केलनर ने नेगोशिएशन के एक लंबे क्रम के सिंहावलोकन की चर्चा की जिससे मीडिया संस्कृति गुजरी है, जोकि मौखिक संस्कृति से शुरू होकर प्रिंट साक्षरता तक वैश्विक प्रौद्योगिकी से पुस्तक के विकास में परिणत हुई है। मार्शल मैक्लुहान का हवाला देते हुए, जो इलेक्ट्रॉनिक संस्कृति के तीसरे चरण की आशा करते हैं, प्रो केलनर ने प्रदर्शित किया कि कैसे आज सभी कहानियों, मिथकों और सांस्कृतिक लड़ाइयों को मीडिया के माध्यम से लड़ा जाता है। जहाँ एक ओर मीडिया संस्कृति फासीवादी और नस्लवादी नेताओं की पुष्टि करती है, वहीं दूसरी ओर यह नस्लवाद और फासीवाद की आलोचना भी करती है। अंत में, उन्होंने महत्वपूर्ण मीडिया, डिजिटल साक्षरता और इसके परिणामस्वरूप जुड़ाव के वैकल्पिक तरीकों के महत्व को रेखांकित किया।
वार्ता का संचालन सुश्री ज़हरा रिज़वी, सुश्री श्रद्धा ए सिंह और सुश्री सुमन भागचंदानी, पीएच.डी. शोधार्थी, अंग्रेजी विभाग, जामिया ने किया जिसमें दुनिया भर से और विभिन्न टाइम जोन में शोधार्थियों, छात्रों और शिक्षकों ने बड़ी संख्या में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
"शैक्षणिक एवं अनुसंधान सहयोग प्रोन्नत योजना" (स्पार्क), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा समर्थित, वार्ता अंग्रेजी और अमेरिकी अध्ययन विभाग, वुर्जबर्ग विश्वविद्यालय, जर्मनी के साथ चल रहे शैक्षणिक सहयोग के क्रम में आयोजित की गई थी जोकि क्रमिक रूप से प्रासंगिक व्याख्यानों की श्रंखला के लिए प्रतिबद्ध है।
वार्ता के बाद एक आकर्षक, गहन प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसका समन्वय सुश्री साक्षी डोगरा, पीएच.डी. शोधार्थी, अंग्रेजी विभाग, जामिया ने किया। सुश्री ज़हरा रिज़वी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। प्रतिभागियों की एक विस्तृत श्रृंखला और भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए, इस कार्यक्रम को यू ट्यूब पर भी लाइव स्ट्रीम किया गया और इसमें सौ से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
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